11/19/2015

भइ चारे का चारा ( व्यंग्य लेख)

ओये चुनिया ,मुनिया,धनिया हमरे बुडबक भाइया फेर जीत गवा रे....बड़ा भारी सिटवा आवा रे कउनो  टिकै न पावा सब यादव भाई एक जुट हुई गवा ,त कउनो पार न पावा.....अब ई चायवाले (मोदी) भइया को कउन समझावे दूध से जरैं के बाद भी (दिल्ली हार) न समझै । बिहार महागठबंधन विजय 🏆अब खूब फलफूल रहा है ,आगे समय में जाने और कितने गुल और  क्या रंग लायेगी पर कुछ राजनीतिक जानकारों का मानना है कि फिर बिहार में एक बार जंगल राज की वापस हो आ गया है ये कयास .....कयास ही न ही रहे  , बल्कि लोगों  के दिलो कि ख्वाहिश पूरी भी हो गयी  । 

 उधर बिहारी दादू,दबंग भाइयों के मन मनो लड्डू फूट चुके हैं, आखिर हो भी क्यों न एक बार फिर दबंगइ का जादू बिखेरने को जो मिलने वाला है ,जाने बिहार में भ्रष्टाचार होगा या भ्रष्टाचार में बिहार मे बहरहाल  बयार आना तय है । 

तो उधर बीजेपी घराने के नेता यूँ लगा जैसे अपने ही कुनबे की पराजय की बाट जोह रहे थे ताकि वो पार्टी के अन्दरूनी विरोध झेल रहे सदस्यों के खिलाफ सीना पीट -पीट रूदाली बन सके, लगा जैसे एक ग्रुप मोदी के खिलाफ लामबद्ध हो चुके हो ,तो मोदी और शाह की शहंशाही घटते ही कुछ बुजुर्ग सरदारों ने भी तीर 🎯कमान साधते देर न लगाते ।

 ये मोदी की घटती लहर है या नीतीश का भाजपा में व्यक्तिवादी विद्रोह की अटूट और असाधारण प्रभाव निकला ।बिहार हार की असर का तासीर राजनीतिक दलों में बिलकुल अलग -अलग रही।मोदी को बिहार की हार से थोडी  सीख तो अवश्य मिलीं होगी  कि वंचित वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग में अपनी साख फिर से वापस लौटाए और मध्य वर्ग के पुराने आधार को भी मजबूत करे ।  तो जानकारों का अंदाज़ा है नीकू का ( नीतीश कुमार ) वही हाल होगा  जो कभी माझी का हुआ ,नीकू कहीं लालू के इक्के बन कर रह गये हैं ।

 बिहार की बेचारी जनता का क्या होगा । बिहार के पाणिग्रहण राजनीति ने एक बार दूसरे शाह के मैनेजमेंट व चुनावी रणनीति पर सोचने पर मज़बूर कर दिया । गुजराती शाह के आगे बिहारी शाह (लालू ) का चुनावी जुमला  काफी कारगर रहा " जब तक  रहेगा समोसे में आलू 🍠,तब तक बिहार में रहेगा लालू " बिहार की जनता ने लालू के परिवारवाद की परम्परा को बढ़ाकर लालू को तीस मार खां की कहावत से नवाज़ दिया ।

अब लालू के मदारी खेल में नीकू कौन -कौन से गानों में गुलहटी मार-मार कर करतब दिखायेगे और मनभावन व मनोरंजक होगा आने वाले पांच साल बतायेगें । बिहार पाणिग्रहण  भइ चारे के चारे का स्वाद बिहार की जनता को स्वादिष्ट लगे या फीका पर नीकू को मजबूरन ये चारा स्वादिष्ट 😋बनाना ही होगा ।