नारीत्व को बचाये रखिये
स्त्रीत्व को जगाये रखिये
हो सत्ता पिता की , घर
मां का नेतृत्व बनाये रखिये
बेटा है शरीर तो बेटी जान
इस अमरत्व को संजोए रखिये
मां जानती है सारे भेद मन के
मां के ममत्व को संभाल रखिये
नि:स्वार्थ प्यार बहनों का,धरती
पर इस सत्यता को बनाये रखिये
स्त्रीत्व को जगाये रखिये
हो सत्ता पिता की , घर
मां का नेतृत्व बनाये रखिये
बेटा है शरीर तो बेटी जान
इस अमरत्व को संजोए रखिये
मां जानती है सारे भेद मन के
मां के ममत्व को संभाल रखिये
नि:स्वार्थ प्यार बहनों का,धरती
पर इस सत्यता को बनाये रखिये
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