10/06/2016

प्यार तुम (कविता )

प्यार मरता नहीं 
लेकिन अजीब होता है 
कभी सालता है 
कभी मारता है 
कभी यूँ भी की 
साँसे रुक जायेंगी 
पर वापस नहीं होता 
तीली लगा खाक करने की 
साजिश बेकार जाती है 
उसके साथ जीवन मुश्किल 
उसके बगैर भी
वापस हो सकता है तो 
वापस हो जा जिस 
नजर ने मुझे छुआ 
वापस हो जा जिस 
तरंग ने मुझे तेरा किया ......
तेरा प्यार,प्यार होता तो 
कुछ दुश्वार न होता....
प्यार तुम अश्वत्थामा निकले ॥😊

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