7/29/2016

तुम्हारा साथ (कविता )

तुमसे पूछती मै
कहाँ हो तुम ?
जानना फिक्रमंद हूँ तुम्हारी
जानना तो जानना
दिल से मानना भी !
चाहती हूँ हाल जानना तुम्हारा
तुमसे पूछती मै
क्या कर रहे हो ?
जानना यादों मॆ हूँ तुम्हारी
चाहती हूँ उस पल साथ तुम्हारा

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