अट्टहास व्यंग्य का भया, बड़ा सम्मेलन
कुछ का हुआ आगमन,कुछ ने किया अवहेलन
दिये बड़े-बड़ो ने ज्ञान ,हमे बता गये अज्ञान
कुड़-कुड़ करते-करते,हम सर्र से गिरे धड़ाम।।
कुछ का हुआ आगमन,कुछ ने किया अवहेलन
दिये बड़े-बड़ो ने ज्ञान ,हमे बता गये अज्ञान
कुड़-कुड़ करते-करते,हम सर्र से गिरे धड़ाम।।
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