5/27/2016

तुम ही तो हो मेरे प्रिय !( कविता )

हर पल ,पल -पल मुझे तुमने चाहा
हर क्षण हर दुआ मे मुझको माँगा
हर खुशी मुझे देना चाहा जो मैने सोचा
कोई बात मुझे दुखी करे दूर तुमने किया
हसरतों को मेरी मुझसे ज्यादा तुमने किया पूरा
कहते  हैं.....लोग.....
प्यार,दुलार ,लाड़ कर तुमने मुझे बिगाडा
उम्मीदों से आगे बढ़ तुमने साथ निभाया
हर सम्भव वो चीज़ जिसपे मैने हाथ धरा
वो  तुमने  मुझे  दिलाया
चाहूं मै ये मुझे पर रहॆ तुम्हारी माया
कितना चाहूं तुम्हे मै और मुझे तुम
क्योंकि तुम ही तो हो दुनियाँ मॆ
मेरे सबसे प्रिय "पापा "

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