5/30/2016

माँ (कविता )

माँ जिंदगी की प्यासा  है
सारे सपनों की आस है
माँ बच्चों का दर्पण है
उसके चरणों मॆ पूरा जीवन अर्पण है
माँ साँस है
मेरे मन का विश्वास है
माँ बड़ा न दुनियाँ मॆ न कोई
एक माँ हि है जो मेरे लिये रोई ॥शशि पाण्डेय

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