5/13/2016

लघु कथा -मुँगेरी लाल

एक आधुनिक सुविधाओं लैस बहुत  पुराना शहर था । उसमें एक आधुनिक टाइप का गरीब ब्रह्मण रहता था ।उसका छोटा सा ठीक -ठाक परिवार था ।उसकी परिवार मे दो लोग कमाने वाले थे ।वह खुद व उसका बेटा । बेटा कही नौकरी करता था। ब्रह्मण को किसी  काम से अपने गाँव जाना था। बेटे ने बाप कॊ फोन खरीद कर दिया कि ज़रूरत पड़ने पर फोन कर सके।स्मार्टफोन ले ब्रह्मण गाँव निकल गया । ब्रह्मण को किसी ने फोन मॆ फेसबुक व व्हट्स्प के बारे ज्ञान दिया।ब्रह्मण ठहरा लालची ।ब्रह्मण ने फेसबुक व व्हट्स्प डाउनलोड कर लिया। एक दिन फेसबुक चलाते-चलाते उसको कोइ ऐसा अप्लिकेशन दिखा। जिसमे लिखा था कि अप्लिकेशन डाउनलोड करें और  मालामाल हो जाये उसने वैसा ही किया अप्लिकेशन डाउनलोड कर खुश हो गया । वो रात को सोते हुये जाने  क्या-क्या सोचता रहा के वह अब बहुत अमीर हो शहर वापस जायेगा सारा परिवार बहुत खुश होगा ।पर ऐसा कैसे हो सकता था सिर्फ़ अप्लिकेशन डाउनलोड कोई मालामाल हो जाये ।ऐसे जाने कितने ही हम सबको भ्रमित करने वाली चीज़े समाज मे चल रही हैं ।लालच से बचें और सद्बुद्दी से काम ले ।

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